IQNA-लेबनान की हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने इमाम ख़ुमैनी (रह.) की पुण्यतिथि के अवसर पर जारी एक बयान में जोर देकर कहा कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) के नेतृत्व में इस्लामी ईरान फिलिस्तीन और पवित्र कुद्स की मुक्ति के लिए दृढ़ता से प्रतिरोध के साथ खड़ा रहा।
इकना के अनुसार, अल-मनार की रिपोर्ट के मुताबिक, हिज़्बुल्लाह के महासचिव शेख नईम कासिम ने इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक की पुण्यतिथि पर जारी बयान में कहा कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) का विचार पूरी शक्ति के साथ मौजूद है और इस्लामी उम्माह उनके क्रांतिकारी दृष्टिकोण से फैले इस्लामे मुहम्मदी (स.) के प्रकाश को देख रही है।
उन्होंने कहा कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) ने समाज में दिव्य और आध्यात्मिक मूल्यों को स्थापित किया और ये मूल्य आज भी प्रतिरोध और क्षेत्र में स्वतंत्रता आंदोलनों के लिए मार्गदर्शक हैं। शेख नईम कासिम ने स्पष्ट किया कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) ने अत्याचार, कब्ज़े और पिछलग्गूपन का विरोध किया और उनसे संघर्ष किया।
हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने कहा कि उस दिव्य नेता (इमाम ख़ुमैनी) ने अमेरिका समर्थित शाही तानाशाही से ईरान को एक स्वतंत्र और गौरवशाली इस्लामी गणतंत्र में बदलने में सफलता प्राप्त की, जो दुनिया के मजलूमों और गरीबों के साथ खड़ा है। इसके बाद से हम सत्य की असत्य पर विजय की आशा के साथ जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) ने एक ऐतिहासिक परिवर्तन लाया और ईरानी व्यवस्था को अमेरिका समर्थित शाही शासन से एक स्वतंत्र और सम्मानित इस्लामी गणतंत्र में बदल दिया, जो दुनिया के मजलूमों के साथ खड़ा है। शेख नईम कासिम ने इस्लामी उम्माह, विशेष रूप से फिलिस्तीन के मुद्दे में इस्लामी गणतंत्र ईरान की केंद्रीय भूमिका पर जोर दिया और कहा कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) के नेतृत्व में इस्लामी ईरान फिलिस्तीन और पवित्र कुद्स की मुक्ति के लिए दृढ़ता से प्रतिरोध के साथ खड़ा रहा।